unfoldingWord 44 - पतरस और युहन्ना एक भीक मांगने वाले को शिफ़ा देते हैं -
Disposisjon: Acts 3-4:22
Skriptnummer: 1244
Språk: Urdu Devanagari
Publikum: General
Hensikt: Evangelism; Teaching
Features: Bible Stories; Paraphrase Scripture
Status: Approved
Skript er grunnleggende retningslinjer for oversettelse og opptak til andre språk. De bør tilpasses etter behov for å gjøre dem forståelige og relevante for hver kultur og språk. Noen termer og begreper som brukes kan trenge mer forklaring eller til og med erstattes eller utelates helt.
Skripttekst
एक दिन पतरस और युहन्ना मंदिर में गए - मंदिर के फाटक पर उन्होंने एक लंगड़े को भीक मांगते देखा -
पतरस ने उस लंगड़े आदमी की तरफ़ देखा और कहा ,”मेरे पास तुम्हें देने के लिए कुछ भी पैसे नहीं है , मगर जो मेरे पास है वह मैं तुम्हें देता हूँ , यीशु के नाम से उठ और चल फिर –“
फ़ौरन ही खुदा ने उस लंगड़े को शिफ़ा बख्शी और वह लंगड़ा चलने फिरने , उछलने कूदने और खुदा की तारीफ़ करने लगा – जो लोग मंदिर के आसपास थे उनहोंने यह देखकर ताज्जुब किया -
बहुत जल्द लोगों की एक बड़ी भीड़ इस शख्स को देखने के लिए जमा हो गई जिसने शिफ़ा पाई थी - पतरस ने भीड़ से मुख़ातब होकर कहा , इस को देखकर ताजुब न करो - क्यूंकि इस को हम ने अपनी ताक़त से शिफ़ा नहीं दी , बल्कि यीशु मसीह ने अपनी क़ुवत से इस शख्स को शिफ़ा दी है , क्यूंकि हम यीशु पर ईमान रखते हैं “
तुम वह लोग हो जिन्होंने रोमी सरकार को मजबूर किया कि यीशु को हालाक करे – तुम ने उस शख्स को मारा जो हर एक को ज़िन्दगी बख्शता है , मगर खुदा ने उसको मुर्दों में से ज़िन्दा किया - तुम्नाहीं समझते थे कि तुम क्या कर रहे थे - मगर जब तुम ने उन्हें अंजाम दिया तो वह चीजें साबित हुईं जो नबियों ने कहा था -उन नबियों ने कहा था कि मसीहा दुःख उठाएगा और हालाक होगा - खुदा इस तरह से होने दिया - सो अब तुम खुदा की तरफ फिरो और तौबा करो ताकि वह तुम्हारे गुनाहों को धोए और साफ़ करे -
जब मंदिर के रहनुमाओं ने पतरस और युहन्ना की बाबत सुना तो वह बहुत ज़ियादा परेशान हुए - सो उन्हों ने उनको गिरफ़्तार किया और क़ैद में डाल दिया - मगर बहुत से लोगों ने पतरस की बातों का यकीन किया और मसीह पर ईमान ले आए - और ईमानदारों की तादाद 3000 से बढ़ कर 5000 हो गई -
दुसरे दिन यहूदी रहनुमाओं ने पतरस और युहन्ना को सरदार काहिन की अदालत में बुला भेजा - उस अदालत में दीगर मज़हबी रहनुमा भी थे उन्हों ने उस लंगड़े शख्स को भी हाज़िर किया जो शिफ़ा पा चूका था - उन्हों ने पतरस और युहन्ना से पूछा कि इस लंगड़े शख्स को तुम ने किस ताक़त से शिफ़ा दी थी ?
पतरस ने उन्हें जवाब दिया,”यह शख्स जो आपके सामने खड़ा है उस ने यीशु मसीह के नाम से शिफ़ा पाई है -तुम ने यीशु को सलीब पर चढ़ाया मगर खुदा ने उस को फिर से ज़िन्दगी दी ! तुम ने उसको रद्द किया – बचाए जाने का कोई रास्ता नहीं सिवाए यीशु की क़ुवत के वसीले से –“
यहूदी रहनुमाओं ने ताज्जुब किया कि पतरस और युहान्ना में इतनी दिलेरी कहाँ से आगई - उन्होंने देखा कि यह लोग मामूली और अनपढ़ लोग थे - मगर फिर उन्होंने याद किया कि यह लोग यीशु के साथ रहे थे - सो उन्हों ने उनसे कहा “अगर तुम इस यीशु नाम शख्स की बाबत आगे को प्रचार करोगे तो हम तुमको सज़ा देंगे - इस तरह की कई बातें कहने के बाद उन्हों ने पतरस और युहन्ना को छोड़ दिया -